प्याज को लेकर एक महत्वपूर्ण जानकारी निकल कर सामने आयी है जो बाजार को प्रभावित कर सकती है। यह जानकारी प्याज पर लगने वाले आयात निर्यात टैक्स को लेकर है। दरअसल वर्तमान में भारत में अफगानिस्तान से आयातित प्याज टैक्स फ्री है, जबकि भारतीय प्याज के निर्यात पर टैक्स लागू है। इसके परिणामस्वरूप, व्यापारियों को निर्यात में कठिनाई हो रही है और किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। अफगानिस्तान से आने वाली प्याज पर टैक्स नहीं लगता है। यह प्याज अमृतसर और दिल्ली की मंडियों में बेची जा रही है, जहां इसका भाव ₹30 से ₹40 प्रति किलो के बीच है।
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भारतीय प्याज के निर्यात पर टैक्स लागू है। यह टैक्स व्यापारियों को अपनी जेब से नहीं देना पड़ता बल्कि वे किसानों से प्याज का कम मूल्य देकर उसकी भरपाई करते हैं। सरकार से निवेदन है कि आयातित प्याज पर भी टैक्स लगाया जाए या फिर निर्यातित प्याज से टैक्स हटाया जाए। इससे निर्यात बढ़ सकता है और किसानों को भी बेहतर मूल्य मिल सकते हैं। निर्यात पर टैक्स हटने से व्यापारियों को फायदा होगा और किसानों को भी अपने उत्पाद का उचित मूल्य मिल सकेगा। निर्यात टैक्स के कारण किसानों को कम मूल्य पर अपने उत्पाद बेचने पड़ते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है।
किसान साथियों नासिक में भी प्याज किसानों और व्यापारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। केंद्र सरकार ने हाल ही में प्याज के निर्यात शुल्क में 40% की बढ़ोतरी की है, जिससे किसानों में नाराजगी और असंतोष है। इस फैसले के खिलाफ नासिक के लसल गांव में किसानों और व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। क्योंकि यह निर्णय किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है, क्योंकि उन्हें अपने उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। फ़िलहाल एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी नासिक में कामकाज ठप रहा और प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की। और सड़कों पर ट्रकों का लंबा जाम लग गया।
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किसानों और व्यापारियों ने मिलकर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया। किसानों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से भी उचित कदम उठाने की मांग की है। किसानों का कहना है कि निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में प्याज की कीमत कम हो जाएगी। इससे किसानों को अपने उत्पाद का लागत मूल्य भी नहीं मिल पाएगा, जिससे उन्हें भारी घाटा होगा। वर्तमान में किसानों को ₹15-₹20 प्रति किलो का भाव मिल रहा है, जबकि लागत ₹25-₹30 प्रति किलो है। महाराष्ट्र के एक मंत्री ने लोगों को दो-चार महीने प्याज नहीं खाने की नसीहत दी है। इस बयान ने किसानों और व्यापारियों में और भी असंतोष बढ़ा दिया है।
बाजार में क्या है आवक और भाव की अपडेट
इंदौर मंडी में आज प्याज की आवक –
- आज इंदौर चतराम मंडी में प्याज की आवक काफी कम रही।
- लगभग 35,000 से 40,000 कट्टों की ही आवक देखने को मिली।
- मंडी में विशेष रूप से प्याज की आवक में कमी नजर आई है।
लहसुन
- लहसुन की आवक भी अपेक्षाकृत कम रही।
- आज लहसुन की आवक लगभग 5,000 से 5,200 कट्टे रही
इंदौर मंडी में अभी तक की प्याज की बोली
प्याज की क्वालिटी और भावः
- सुपर गोल्टाः अच्छी क्वालिटी के प्याज, हल्की फुल्की गोटियां भी हैं लेकिन बहुत कम, ₹2600 प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहे हैं।
- गोल्टाः थोड़ा डैमेज और कलर डाउन के साथ, ₹2625 प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहे हैं।
- फुल साइज और मीडियम साइजः फुल साइज और मीडियम साइज प्याज ₹2950 प्रति क्विंटल के आसपास बिक रहे हैं, जिसमें साइज और क्वालिटी के अनुसार भाव भिन्न-भिन्न हैं।
जिसमें फुल साइज के प्याज की कीमत अधिक है। नेफेड द्वारा प्याज की कोई ख़रीदी नहीं की जा रही है, और टेंडर में सीमित मात्रा में ही खरीदी हो रही है। बांग्लादेश में नेटवर्क सेवाओं की बंदी के कारण एक्सपोर्ट में रुकावट आ रही है, जिससे प्याज की सप्लाई प्रभावित हो रही है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने माल को एक बार में न बेचें, बल्कि धीरे-धीरे निकालें, ताकि बाजार में भाव स्थिर रहें। प्याज की क्वालिटी के अनुसार भाव भिन्न-भिन्न हैं। उच्च गुणवत्ता वाले प्याज की कीमत अधिक है, जबकि डैमेज और दागी प्याज की कीमत कम है।
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विश्लेषणः
- मंडी में प्याज और लहसुन दोनों की ही आवक कम होने के कारण, संभावित रूप से कीमतों में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
- किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे मंडी की ताजा स्थिति पर ध्यान दें और तदनुसार अपने निर्णय लें।
आज, 22 जुलाई 2024, सोमवार को दिल्ली में बाजार की स्थिति
- आवक (आगमन): आज मंडी में कुल 75 गाड़ियाँ फ्रेश अराइवल की आई हैं, और 25 गाड़ियाँ बैलेंस की हैं, जिससे कुल मिलाकर 102 गाड़ियाँ सेल पर हैं।
- नासिकः 10 गाड़ियाँ
- पूना: 23 गाड़ियाँ
- राजस्थान: 26 गाड़ियाँ
- मध्य प्रदेश: 21 गाड़ियाँ
- गुजरातः 1 गाड़ी
- गुणवत्ताः बाजार में 90% हल्की गुणवत्ता का प्याज आ रहा है, और केवल 10% अच्छी गुणवत्ता का प्याज उपलब्ध है।
प्याज के भावः
मध्य प्रदेश का प्याजः –
- बढ़िया माल: 1350 – 1400 रुपये प्रति 40 किलो
- ■ औसत माल: 1200 1150 रुपये प्रति 40 किलो
- नासिक का प्याजः
- गोटी प्याजः 900 – 1000 रुपये प्रति 40 किलो
- मीडियम प्याजः 13001350 रुपये प्रति 40 किलो
- पूना का प्याजः 1400 – 1500 रुपये प्रति 40 किलो
- राजस्थान का प्याजः 1200 1400 रुपये प्रति 40 किलो
- गुजरात का प्याजः अभी भाव नहीं खुले हैं।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमानः
- आवकः अगले महीने के बाद प्याज की आवक में वृद्धि की उम्मीद है, खासकर नासिक और पूना से।
- डिमांडः सावन के कारण कुछ कमी हो सकती है, लेकिन अगर मांग बढ़ी रही तो भाव स्थिर रह सकते हैं।
- उत्पादनः महाराष्ट्र में उत्पादन पिछले साल जैसा ही रहा है, जबकि मध्य प्रदेश में खराबी का असर पड़ा है।
विशेष टिप्सः गुजरात के किसान भाइयों को सलाह: कट्टा पैकिंग नई लगाएं और लाल सूत्री का उपयोग करें ताकि प्याज की पैकिंग बेहतर हो। एमपी के व्यापारी: अभी माल थोड़ा-थोड़ा निकालें, और 10 अगस्त के बाद ज्यादा आवक की उम्मीद रखें।
एक्सपोर्ट की स्थितिः बांग्लादेशः वहां की स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन बॉर्डर पर आवक सही चल रही है। पाकिस्तानः वहां का टैक्स हटा दिया गया है, जिससे एक्सपोर्ट पर प्रभाव पड़ सकता है।